अगरतला, 30 नवंबर त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने शनिवार को कहा कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार अगर सुधारात्मक कदम नहीं उठाती है तो इससे नुकसान पड़ोसी देश को ही होगा ।
साहा ने कहा कि पड़ोसी देश में सत्ता में बैठे लोग अतीत को भूल गए हैं और इतिहास को फिर से लिखने की कोशिश कर रहे हैं।
रवींद्र भवन में शरद सम्मान समारोह को संबोधित करते हुये मुख्यमंत्री ने लोगों से बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमलों की घटनाओं के विरोध में खड़े होने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, ‘‘बांग्लादेश में जिस तरह से चीजें हो रही हैं, वह स्वीकार्य नहीं है। त्रिपुरा के लोगों ने भारतीय सेना के साथ मिलकर 1971 के मुक्ति संग्राम के जरिए बांग्लादेश के गठन में अहम योगदान दिया था।’’
साहा ने कहा कि बांग्लादेश में सत्ता में बैठे लोग अतीत को भूल गए हैं और इतिहास को फिर से लिखने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने लोगों से पड़ोसी देश में हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाने का भी आग्रह किया।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)