जयपुर, 29 नवंबर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने शुक्रवार को कहा कि मुगल शासक बाबर और औरंगजेब ने मंदिरों को तोड़कर मस्जिदें बनवाई थीं।
उन्होंने कहा कि अगर अदालत खुदाई का आदेश देती है तो खुदाई में मिलने वाले अवशेषों के आधार पर फैसला होगा।
दिलावर का यह बयान अजमेर स्थित सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह शिव मंदिर के ऊपर बने होने के दावे से संबंधित विवाद के बीच आया।
दरगाह में शिव मंदिर होने का दावा करते हुए एक वाद अजमेर की स्थानीय अदालत में दायर किया गया था। अदालत ने बुधवार को वाद को सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया और अजमेर दरगाह समिति, अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई), दिल्ली को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
इस बारे में पूछे जाने पर दिलावर ने कोटा में मीडिया से कहा, ‘‘मुझे कुछ नहीं कहना न्यायालय निर्णय करेगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह तो सच है कि अधिकांशत: मंदिरों को तोड़कर औरंगजेब ने, बाबर ने... इन्होंने मस्जिदें बनाई थीं। जांच होगी, जांच में अगर अदालत आदेश देती है कि खुदाई करो, तो खुदाई करने पर जो इसके अवशेष मिलेंगे उससे निर्णय हो जाएगा।’’
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