देश की खबरें | चुनाव में छवि धूमिल करने की कोशिश हो रही: बघेल

रायपुर, तीन नवंबर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पर राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले उनकी छवि धूमिल करने का ‘‘दुर्भावनापूर्ण प्रयास’’ करने का आरोप लगाया।

बघेल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर राज्य में कांग्रेस से मुकाबला करने में विफल रहने के बाद केंद्रीय जांच एजेंसियों का सहारा लेने का आरोप लगाया।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को दावा किया कि फॉरेंसिक विश्लेषण और पैसे का लेन-देन करने वाले एक व्यक्ति के बयान में ‘‘चौंकाने वाले आरोप’’ सामने आए हैं कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रवर्तक छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अब तक 508 करोड़ रुपये का भुगतान कर चुके हैं। ईडी ने कहा कि यह जांच का विषय है।

बघेल ने आज देर शाम एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, ''जैसा कि मैंने पहले कहा है कि भारतीय जनता पार्टी ईडी, आईटी (आयकर विभाग), डीआरआई (राजस्व खुफिया निदेशालय) और सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) जैसी एजेंसियों के सहारे छत्तीसगढ़ का चुनाव लड़ना चाहती है। चुनाव के ठीक पहले ईडी ने मेरी छवि धूमिल करने का सबसे कुत्सित प्रयास किया है। यह कांग्रेस की लोकप्रिय सरकार को बदनाम करने का राजनीतिक प्रयास है, जो ईडी के माध्यम से किया जा रहा है।''

बघेल ने लिखा, ''महादेव ऐप की कथित जांच के नाम पर ईडी ने पहले मेरे करीबी लोगों को बदनाम करने के लिए उनके घर छापे मारे और अब एक अनजान से व्यक्ति के बयान को आधार बनाकर मुझ पर 508 करोड़ रुपये लेने का आरोप लगा दिया है। ईडी की चालाकी देखिए कि उस व्यक्ति का बयान ज़ाहिर करने के बाद एक छोटे से वाक्य में लिख दिया है कि बयान जांच का विषय है। अगर जांच नहीं हुई है तो एक व्यक्ति के बयान पर प्रेस विज्ञप्ति जारी करना न केवल ईडी की नीयत को बताता है बल्कि इसके पीछे केंद्र सरकार की बदनीयती को भी ज़ाहिर करता है।''

मुख्यमंत्री ने पोस्ट में लिखा, ''इस समय राज्य में चुनाव हो रहे हैं। सब कुछ निर्वाचन आयोग के हाथों में है। पुलिस के अलावा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवान जांच कर रहे हैं। ऐसे में सवाल यह उठता है कि इतनी बड़ी रकम लेकर लोग किस तरह से छत्तीसगढ़ पहुंच पा रहे हैं? कहीं इसमें भी तो केंद्रीय एजेंसियों की सांठगांठ नहीं चल रही है? कहीं ये रकम उन संदूकों में तो भरकर नहीं लाई गई है जो ईडी के अफसरों और सुरक्षा एजेंसियों के साथ विशेष विमान से पहुंची है?''

उन्होंने लिखा है, ''प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, दोनों मिलकर भी कांग्रेस का छत्तीसगढ़ में मुकाबला नहीं कर पा रहे हैं तो वे जांच एजेंसियों के सहारे चुनाव लड़ना चाहते हैं।''

बघेल ने पोस्ट में लिखा है, ''ईडी के ख़िलाफ़ मैंने खुले बयान दिए हैं और जनता को बताता रहा हूं कि ईडी किस तरह से काम करती है। वह पहले लोगों के नाम तय करती है, फिर लोगों को गिरफ्तार करके धमकाती, डराती है और नाम लेने के लिए बाध्य करती है। इसके लिए वह किसी भी हद तक जा सकती है। मारना, डराना धमकाना तो सामान्य बात है।''

उन्होंने लिखा, ''कांग्रेस तैयार है। कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता तैयार है। ईडी, आईटी जैसी एजेंसियों के मुकाबले के लिए छत्तीसगढ़ की जनता हमारे साथ है। हम लड़ेंगे और जीतेंगे।''

राज्य के 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए सात और 17 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा।

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