ऋषिकेश/ देहरादून, 30 अक्टूबर : उत्तराखंड में पिछले महीने के चर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड से जुड़े रिजॉर्ट के परिसर में स्थित आंवला कैंडी की फैक्ट्री में रविवार को आग लग गयी. यह रिजॉर्ट ऋषिकेश के निकट स्थित है. पौडी जिले के यमकेश्वर क्षेत्र में आंवला कैंडी की फैक्ट्री में सुबह 10 बजे धमाकों के साथ आग लग गयी जिसकी सूचना मिलते ही तत्काल दमकल गाडियां मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पाया गया. घटना में किसी के हताहत होने की फिलहाल सूचना नहीं है. मौके पर पहुंचे यमकेश्वर के प्रभारी उप जिलाधिकारी प्रमोद कुमार ने बताया कि प्रथम दृष्टया घटना का कारण फैक्ट्री में लगे इनवर्टर के गरम होने के बाद आग लगना लग रहा है. हालांकि, उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और सही कारण जांच के बाद ही सामने आ पाएगा.
उधर, फैक्ट्री के वनंत्रा रिजॉट संचालक और अंकिता भंडारी हत्याकांड के मुख्य आरोपी पुलकित आर्य के परिवार की होने के कारण विपक्ष को उन पर और सरकार पर निशाना साधने का एक और मौका दे दिया है. आम आदमी पार्टी (आप) के उत्तराखंड प्रदेश संगठन समन्वयक जोत सिंह बिष्ट ने फैक्ट्री में आग लगने की घटना को हत्याकांड के साक्ष्य मिटाने की एक और साजिश बताया. उन्होंने कहा, ‘‘अंकिता हत्याकांड के घटना स्थल वनंत्रा रिजॉर्ट को पहले बुलडोजर से तोड़कर साक्ष्य छिपाने की साजिश रची गई और आज उसमें स्थित फैक्ट्री को आग के हवाले कर दिया गया. आरोपियों को बचाने का काम आज पूरा हो गया.’’ गौरतलब है कि रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के रूप में काम करने वालीं 19 वर्षीय अंकिता की रिजॉर्ट संचालक पुलकित आर्य ने अंकित गुप्त समेत अपने दो कर्मचारियों के साथ मिलकर ऋषिकेश के निकट चीला नहर में कथित रूप से धक्का देकर हत्या कर दी थी. यह भी पढ़ें : प्रधानमंत्री ने देश के पहले सैन्य विमान विनिर्माण संयंत्र की रखी आधारशिला
पुलिस को मामला सौंपे जाने के बाद तीनों आरोपियों को तुरंत गिरफतार कर लिया गया था . हालांकि, मुख्य आरोपी पुलकित आर्य के पिता विनोद आर्य के सत्ताधारी भाजपा से जुडे होने की बात पता चलते ही आक्रोशित स्थानीय लोग सडको पर आ गए जिसके बाद सरकार ने मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (सिट) गठित कर दिया था . भाजपा ने भी विनोद आर्य को तत्काल पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था. अंकिता हत्याकांड में राजस्व पुलिस की भूमिका और फिर बुलडोजर से रिजॉर्ट का कुछ हिस्सा तोड़े जाने की घटना से असहज स्थिति में आयी राज्य सरकार ने दो दिन पहले ही पौड़ी के जिलाधिकारी विजय कुमार जोगदंडे और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह का तबादला भी कर दिया .