मुंबई में मॉल में आग लगने के सिलसिले में छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
आग/प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: IANS)

मुंबई, 27 मार्च:  महानगर पुलिस ने यहां के भांडुप इलाके के एक मॉल में आग लगने की घटना के सिलसिले में छह लोगों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है. भीषण आग में वहां स्थित एक अस्पताल (Hospital) में इलाजरत कोरोना वायरस (Coronavirus) के नौ मरीजों की मौत हो गई. एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी. यह भी पढ़े:  Pune Fashion Street Fire: मुंबई के बाद अब पुणे के फैशन स्ट्रीट मार्केट में लगी भीषण आग, 500 से ज्यादा दुकानें जलकर खाक

 उन्होंने बताया कि हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एचडीआईएल) के प्रमोटर राकेश वधावन और उनके बेटे एवं माल के सारंग को प्राथमिकी में नामजद किया हैं. अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार को भांडुप थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई, जिसमें ड्रीम्स मॉल और सनराइज अस्पताल के प्रबंधकों के नाम भी शामिल हैं.

 

उन्होंने कहा, ‘‘मॉल के निदेशकों राकेश वधावन, निकिता अमित सिंह त्रेहन, सारंग वधावन और दीपक शिर्के तथा अस्पताल के निदेशकों अमित सिंह त्रेह)न और स्वीटी जैन के नाम प्राथमिकी में शामिल हैं. निकिता त्रेहन अस्पताल की निदेशक भी हैं.” भांडुप थाना के एक अधिकारी ने बताया कि उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) और 34 (साझा मंशा) के तहत मामला दर्ज किया गया है.

उन्होंने कहा, "अब तक की जांच के दौरान पुलिस को मॉल में कई कमियां मिलीं. सुरक्षा के लिहाज से कुप्रबंधन का मामला सामने आया है और समय पर अग्नि सुरक्षा उपकरण की जांच नहीं की गई."

उन्होंने बताया कि यह भी पाया गया कि मॉल में 1,108 दुकानें हैं, उनमें से लगभग 40 प्रतिशत बंद हैं और संचालन में नहीं हैं.

अधिकारी ने कहा, "जनवरी में, सनराइज अस्पताल को कोविड देखभाल केंद्र में बदल दिया गया था।"

गौरतलब है कि मुंबई के भांडुप इलाके में ड्रीम्स मॉल इमारत में बृहस्पतिवार आधी रात के कुछ देर बाद आग लग गई. आग एक दुकान में लगी और चार मंजिला मॉल की सबसे ऊपरी मंजिल पर स्थित सनराइज अस्पताल तक फैल गई. इस घटना में अस्पताल में भर्ती नौ मरीजों की मौत हो गई.

बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने बताया कि अस्पताल में कोविड-19 का इलाज करा रहे नौ मरीजों की आग लगने के कारण दम घुटने से मौत हो गई जबकि दो अन्य मरीजों की आग लगने से पहले ही कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हो गई थी.

दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘ प्रशीतन अभियान अब भी चल रहा है. यह गंभीर स्तर की आग थी. आग पर काबू पा लिया गया है.’’ एक अन्य अधिकारी ने बताया कि अस्पताल से बाहर निकाले गए मरीजों को मुलुंड, भांडुप, ठाणे, घाटकोपर के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.

इस बीच नगर निकाय के एक अधिकारी ने बताया कि बीएमसी आयुक्त इकबाल सिंह चहल ने आग लगने की घटना की जांच के आदेश दिए हैं और अधिकारियों को जल्द ही रिपोर्ट देने के लिए कहा है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे शुक्रवार दोपहर को घटनास्थल पर पहुंचे थे और उन्होंने कहा था कि इस घटना के लिए जो भी जिम्मेदार पाया जाएगा उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.