प्रदूषित कोरबा औद्योगिक क्षेत्र की 12 प्रतिशत आबादी को कोरोना वायरस संक्रमण का ज्यादा खतरा : मंत्री
अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ के उद्योग मंत्री कवासी लखमा को लिखे पत्र में कहा है कि औद्योगिक क्षेत्र में रह रहे दमा और ब्रोंकाइटिस के मरीजों के लिए कोरोना वायरस बड़ा खतरा बन सकता है।
नयी दिल्ली, 10 अप्रैल छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्री जय सिंह अग्रवाल ने शुक्रवार को कहा कि राज्य के कोरबा औद्योगिक क्षेत्र की करीब 12 प्रतिशत आबादी अत्यधिक प्रदूषण के कारण दमा और ब्रोंकाइटिस से ग्रस्त है और इस कारण से उन्हें कोविड-19 जैसी संक्रामक बीमारियों से ज्यादा खतरा है।
अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ के उद्योग मंत्री कवासी लखमा को लिखे पत्र में कहा है कि औद्योगिक क्षेत्र में रह रहे दमा और ब्रोंकाइटिस के मरीजों के लिए कोरोना वायरस बड़ा खतरा बन सकता है।
उन्होंने बताया कि कोयले की खुली हुई खदानों और कोयले के ईंधन से चलने वाले संयंत्रों के कारण कोरबा अत्यधिक प्रदूषित है।
अग्रवाल ने लिखा है, ‘‘राज्य स्वास्थ्य संसाधन केन्द्र (एसएचआरसी), छत्तीसगढ़ ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि करीब 11 किलोमीटर के दायरे में कोरबा औद्योगिक क्षेत्र में रहने वाली आबादी का 12 प्रतिशत हिस्सा अस्थमा और ब्रोंकाइटिस से जूझ रहा है।’’
उन्होंने लखमा से अनुरोध किया है कि वह उत्सर्जन को नियंत्रित करने की दिशा में तत्काल कदम उठाने का निर्देश अपने विभाग के अधिकारियों को दें।
अग्रवाल ने कहा कि स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभावों का आकलन अनिवार्य किया जाए। उद्योग लगाने से पहले पर्यावरण पर उसके प्रभाव की भी जांच की जाए।
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